Browse By

Monthly Archives: September 2023

samosa poem in hindi

समोसा

ए समोसे!उधर अकेले क्यों खड़ा है?आज फिर से आलू खा कर तेरा पेट बड़ा है।जरा इधर भी तो आ,वह आलू हमें भी तो चखा!पापी तो बस पेट है, हमने थोड़ी ही कोई पाप किया है,पापी तो तू है, जो सामने आ कर भी अपनी ज़िद